Thursday, November 25, 2010

"लिखने को "

लिखने को मैं बेवफाई लिख दूँ 
पर प्यार की तोहमत मुझे जीने नहीं देगी |

तेरे चेहरे की कशिश में, साँसें मैं अपनी भूल जाऊँ
पर सोच एक ऐसी मुझे साँस लेने नहीं देगी |

लिखने को मैं प्यार का तराना लिख दूँ   
पर यादें तेरी, गीत मुझे गाने नहीं देगी |   

तेरी फूलों सी काया के साये में, सपनो की जन्नत घूम आऊँ
पर आहट मुरझाये फूलों की मुझे नींद लेने नहीं देगी |

लिखने को तेरी-मेरी दास्ताँ लिख दूँ 
पर सोच तेरी बेवफाई की, मुझे लिखने नहीं देगी |